सावधान ! कहीं आपके घर तो नहीं पहुंच गया ‘कैप्टन गोगो’, इसके बारे में क्या आप जानते है ?
मुलताई ( पाशा खान ) नगर में युवा पीढ़ी में अब शराब के अलावा सूखे नशे का चलन बड़ गया हैं। मुलताई विधानसभा क्षेत्र में नगर और कई गांवों में , गांजा, अफीम ,एमडीएमए सहित अन्य मादक पदार्थ का करोबार बढ़ रहा है। नगर में यूवाओ के परिजनों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि युवक कैप्टन गोगो पाइप के सहारे सूखे नशे की गिरफ्त में आ रहे हैं। जिसके जाल में 18 से 30 वर्ष की आयु के युवा फंस रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि 100 से 500 रुपए तक कीमत में नशे की पुडिया बेची जाती है। जिसका सुनसान जगह पर युवा समूह के रूप में बैठकर सेवन करते हैं। सूत्रों की माने तो नशे के कारोबारी स्थान बदल-बदल कर नशा बेच रहे हैं। नशे की गिरफ्त में आए युवाओं के परिजनों ने का कहना है कि पुलिस सतर्कता से कार्रवाई करे तो इस कारोबार पर अंकुश लगाकर युवा पीढ़ी को नशे की लत से बचाया जा सकता है।
नशीली दवाओं का सेवन कर बर्बाद हो रही युवा पीढ़ी ।
नशीली दवाएं जिन्हें मेडिकल की भाषा में सी.एन.एस. डिप्रेशन ड्रग्स भी कहा जाता है, इसका सेवन भी युवाओं में काफी तेजी से बढ़ रहा है।
नाइट्रावेट, स्पासमो प्राकशिवान, अलप्राक्स, डायजिपाम एक्स्टसी (3, 4-मेथिलीनडाइऑक्सी-एन-मेथैम्फेटामाइन, या एमडीएमए) आदि तमाम ऐसी दवाएं हैं, जो विभिन्न तरह के रोगों से छुटकारा दिलाने के लिए बनी हैं, परंतु इन दवाओं का ओवरडोज लेने से व्यक्ति नशे की हालत में आ जाता है। क्षेत्र में 18 वर्ष से लेकर 30 साल के युवा इसको नशे के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। थोड़े से प्रयास के बाद तमाम चौराहों पर इस तरह के दवाएं मिल जा रही हैं। सूत्रों का कहना है कि कुछ दवाएं तो प्रतिबंधित हैं, वह भी चोरी-छुपे बेची जा रही हैं, जबकि कुछ दवाओं की बिक्री खुलेआम धड़ल्ले से बेची जा रही है। सरकार को ऐसी दवाओं की बिक्री पर ठोस कदम उठाया जाना चाहिए।
सावधान! कहीं आपके घर तो नहीं पहुंच गया ‘कैप्टन गोगो’, इसके बारे में क्या आप जानते हैं ?
आपका बेटा, भाई या घर का कोई सदस्य आजकल खुद में ही खोया रहता है, अकेले रहना उसे पसंद है तो आपको सावधान होने की जरूरत है। अच्छी तरह से पड़ताल कर लें, कहीं आपके घर पर ‘कैप्टन गोगो’ ने दस्तक तो नहीं दे दी है।
देखने में मामूली सा कागज नजर आने वाले इस कैप्टन गोगो में ही युवा अब भांग, चरस, गांजा, अफीम और स्मैक भरकर पी रहे हैं। जिस प्रकार युवाओं की भीड़ इन कागजों को खरीद रही है, उससे साफ पता चलता है कि पवित्र नगरी मुलताई में नशे के सौदागर अपनी पैठ जमा चुके हैं। उधर, पुलिस-प्रशासन इससे पूरी तरह से अनजान बना हुआ है।
नशे की गिरफ्त में युवा पीढ़ी एक गंभीर समस्या है जो समाज के लिए चिंताजनक है। इसके कारण और प्रभाव निम्नलिखित हो सकते हैं:
कारण:
1. तनाव और दबाव
2. सहपाठी दबाव
3. जिज्ञासा और प्रयोग
4. मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं
5. सामाजिक और पारिवारिक समस्याएं
प्रभाव:
1. शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं
2. अकादमिक प्रदर्शन में गिरावट
3. सामाजिक और पारिवारिक समस्याएं
4. अपराध और हिंसा में वृद्धि
5. भविष्य की संभावनाओं में कमी
समाधान:
1. जागरूकता और शिक्षा
2. पारिवारिक समर्थन और मार्गदर्शन
3. स्कूलों और कॉलेजों में नशा मुक्ति कार्यक्रम
4. सामुदायिक और सामाजिक समर्थन
5. सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों की भूमिका
इस समस्या का समाधान करने के लिए सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है।

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