बैतूल पुलिस ने सरकारी नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है
बैतूल ( पाशा खान ) बैतूल पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर लगभग ₹27 लाख की ठगी की थी। आरोपियों ने फरियादी पंकज नायक को सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनके साथ ठगी की थी।
घटना का संक्षिप्त विवरण
फरियादी पंकज नायक पिता शेषराम नायक, उम्र 41 वर्ष, निवासी चन्द्रशेखर वार्ड, बैतूल ने पुलिस को रिपोर्ट दी कि आरोपी अश्विन पिता दिनेश धोटे, उम्र 32 वर्ष, निवासी गोठी कॉलोनी, चक्कर रोड, बैतूल ने स्वयं को उच्च अधिकारियों से संबंध रखने वाला बताकर सरकारी नौकरी दिलाने का भरोसा दिलाया।
अश्विन ने भरोसा दिलाकर फरियादी से कहा कि वह उसकी पत्नी पूनम नायक जो कि वकील है को शासकीय एडीपीओ (ADPO) की नौकरी लगवा देगा। इस विश्वास में फरियादी ने अपने व रिश्तेदारों से राशि एकत्र कर आरोपी को शुरुआत में लगभग 5 लाख रुपये दिए। रुपए लेने के बाद आरोपी ने कहा कि चयन हेतु और पैसे लगेंगे एवं अन्य लोगों की भी नौकरी लगाने के नाम पर दिनांक 26/10/2021 से 22/04/2024 की अवधि में अलग–अलग किस्तों में कुल लगभग 27 लाख रुपये फरियादी ने आरोपी के बताए बैंक खातों में (खाता क्रमांक 207110025309 व 32952847059) जमा किए। आरोपी ने चयन पत्र और ज्वाइनिंग लेटर भी प्रदान किए तथा मेडिकल परीक्षण हेतु भोपाल भेजने की बात कही।
आरोपी ने अन्य लोगो से भी शासकीय विभाग एन0एच0एम0, पोस्ट आफिस, रेल्वे, महिला बाल विकास अधिकारी, फारेस्ट विभाग, पटवारी एवं एस0बी0आई0 बैंक आदि को फर्जी नौकरी लगाने के नाम पर रूपये ढगे थे। चयन पत्र और ज्वाइनिंग लेटर भी प्रदान किए तथा मेडिकल परीक्षण हेतु भोपाल भेजने की बात कही।
मुख्य बिंदु
- फरियादी पंकज नायक ने पुलिस को रिपोर्ट दी कि आरोपी अश्विन ने उन्हें सरकारी नौकरी दिलाने का भरोसा दिलाया था।
- आरोपी ने फरियादी से लगभग ₹27 लाख की राशि ली थी, लेकिन नौकरी नहीं दिला सका।
- पुलिस ने मामले की जांच की और दो आरोपियों को गिरफ्तार किया।
आरोपियों की गिरफ्तारी:
- पुलिस ने आरोपी अश्विन पिता दिनेश धोटे और मानव कुमार पिता स्वर्गीय अर्जुन सिंह को गिरफ्तार किया है।
- आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी की थी।
पुलिस अधीक्षक की अपील:
- पुलिस अधीक्षक ने जनता से अपील की है कि वे सरकारी नौकरी के नाम पर ठगी से सावधान रहें।
- उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरी का चयन केवल प्रतियोगी परीक्षाओं और मेरिट सूची से होता है, किसी भी व्यक्ति द्वारा पैसे लेकर नौकरी दिलाने का दावा करना पूर्णत: गलत है।
पुलिस की कार्रवाई:
- पुलिस ने आरोपियों के पास से लगभग ₹5 लाख नगदी और 2 मोबाइल बरामद किए हैं।
- पुलिस ने बताया कि आरोपी अश्विन और मानव कुमार ने छिंदवाड़ा जिले में भी नौकरी लगने के नाम पर लोगों से लगभग ₹13 लाख की धोखाधड़ी की है।

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